जौन एलिया भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया में अदब के साथ पढ़े जाते हैं.
1985 के इस जासूसी कांड में विदेशी ताकतों पर शक हुआ जिससे कूटनीतिक उथल-पुथल मच गई.
कहा जाता है कि एक तानाशाह की क्रूरता के लिए उसका शुरूआती जीवन ज़िम्मेदार होता है
अक़बर के आख़िरी दिन दो बेटों और मां समेत कई नज़दीकी लोगों का शोक मनाते हुए बीते थे.
दाउद और छोटा राजन ने ना सिर्फ़ अपने अलग गैंग बनाए बल्कि एक दूसरे के जानी दुश्मन भी बन गए.
7वीं सदी में चीनी यात्री ह्वेनसांग 4500 किलोमीटर का सफ़र तय कर भारत आया था.
विभाजन से पहले जोगेंद्रनाथ का नाम पूर्वी बंगाल के बड़े दलित नेता के तौर पर लिया जाता था.
ब्रजेश मिश्रा इंदिरा गांधी के समय अहम शख्सियत थे फिर वह वाजपेयी के करीब कैसे आए?
1968 में जब रॉ का गठन हुआ तो रामेशवर नाथ काव इसके पहले प्रमुख बने.
आज़ादी के आंदोलन के दौरान जतींद्र जेल में सुविधाओं की मांग करते हुए आमरण अनशन पर बैठे.
9/11 को चौथा जहाज़ कैपिटल हिल से टकराने की योजना थी, लेकिन कामयाब नहीं हुई.
परसाई की चुटीली टिप्पणियाँ कभी पुरानी नहीं पड़ी, उनके व्यंग्य की मार से कोई नहीं बच सका.
कलिंग युद्ध के भीषण रक्तपात से विचलित सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म अपना लिया था.
सुनिए विजयलक्ष्मी पंडित और उनकी भतीजी इंदिरा गांधी के बीच हमेशा क्यों नहीं बनी
ब्रिटिश राज को हिलाने के लिए क्रांतिकारियों ने खज़ाने को लूटने की योजना बनाई थी.
कारगिल में जान गवांने वाले कैप्टन हनीफ़ उद्दीन का शव 43 दिनों बाद वापस लाया जा सका था.
मुकेश, रफ़ी और किशोर की तिकड़ी ने एक वक्त में रुपहले पर्दे पर राज किया था.
गुलबदन बेगम बाबर की बेटी, हुमायूँ की बहन और अकबर की बुआ थीं.
विवेचना में सुनिए कि किन परिस्थितियों में और कैसे बने थे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ?
चंद्रमोहन जैन उर्फ़ ओशो की 92वीं जयंती पर उनके जीवन पर रेहान फ़ज़ल की विवेचना