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तुम अपनी करनी कर गुजरो!

फैज़ अहमद फैज़। की लिखी हुई नज़्म।

07-12
01:02

हम जो तारिक राहों में मारे गए।

फैज़ साहेब की किताब सारे सूखन हमारे से।

07-11
01:35

यकीनन भरम!

विजय अकेला की किताब लश्कर से एक कविता।

07-07
01:19

तुम!

मानव कौल की किताब से।

06-27
00:56

छूटी हुई चीज़ें!

सुना है छूटी हुई चीजों की जड़े उग आती है! _मानव कौल।

06-27
01:05

खाली जगह!

मानव कौल की किताब से।

06-27
01:48

दर्द।

मानव कौल की कहानी नकल नवीश से।

06-27
03:04

ठीक तुम्हारे पीछे।

मानव कौल की कविता। उनकी किताब से।

06-27
01:00

किसी का जाना।

मानव कौल की किताब से।

06-27
01:30

Happy birthday

Ur best

01-10
08:13

सज़ा।

तन्हा कराहने का तुम्हे कोई हक नही है।

06-26
01:43

तुम जब आओगी।

मेरे कमरे को सजाने की तमन्ना है तुम्हे, मेरे कमरे में किताबो के सिवा कुछ भी नही। #jaunelia#jaunshayri#jaunelia shayri

06-26
00:40

शायद।

अब तुम याद दिलदराना आती हो।

06-26
01:21

काश, ऐ काश, हम ठहर सकते।

काश हम उसके पार उतर सकते,काश, ऐ काश, हम ठहर सकते।

06-26
01:36

दरख़्त– ए– जर्द के कुछ हिस्से।

जौन साहब की लिखी हुई नज़्म के कुछ बंद पेश है।

06-26
02:19

जौन साहब

जौन साहब के लिए लिखी हुई एक गजल। कृष्ण कल्पित जी के द्वारा।

06-26
00:50

जौन एलिया । एक पहेली!

जौन साहब की कुछ बातें , उनकी पहचान, उनकी जिंदगी उन्हीं के शेर से।

06-26
01:14

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