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Pod Khaas
Author: Aaj Tak Radio
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Description
Pod Khaas is a Hindi podcast where we present a long in-depth analysis of an ongoing news story.
Border trouble, Budget, elections or a scam—what is today’s biggest news? We pick the story that deserves an in-depth analysis and with our research and help of experts we analyse every aspect of it.
यहां मिलेंगे वे पॉडकास्ट जो ख़बरों से आगे की बात करते हैं. पॉलिटिकल एनालिसिस से लेकर जुर्म की दुनिया के सनसनीख़ेज़ क़िस्से, आपके सिनेमा का हाल और ज्ञान बढ़ाने वाली स्पेशल सीरीज़.
Border trouble, Budget, elections or a scam—what is today’s biggest news? We pick the story that deserves an in-depth analysis and with our research and help of experts we analyse every aspect of it.
यहां मिलेंगे वे पॉडकास्ट जो ख़बरों से आगे की बात करते हैं. पॉलिटिकल एनालिसिस से लेकर जुर्म की दुनिया के सनसनीख़ेज़ क़िस्से, आपके सिनेमा का हाल और ज्ञान बढ़ाने वाली स्पेशल सीरीज़.
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महिलाओं ने तमाम बंदिशों, रुकावटों और बाधाओं को पार करते हुए हर क्षेत्र में कामयाबी का परचम लहराया है. तो आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर इस स्पेशल पॉडकास्ट में पूनम कौशल के साथ सुनिए महिलाओं के दिल की आवाज़.
Lancet Commission for Global Survey के अनुमान के मुताबिक़ भारत जैसे देशों में 5000 सर्जरी की आवश्यकता है हर एक लाख बीमार व्यक्ति के लिए जो की मिडिल क्लास या उससे नीचे की कैटेगरी से आता है. लेकिन pan-India surgery market report के अनुसार भारत में केवल 1,463 सर्जरी होती हैं हर एक लाख व्यक्ति पर, तो ये दर इतनी कम क्यों है. इसी को लेकर अमन गुप्ता ने बात की डॉ. ईश्वर पी. गिलाडा से.
इस साल के बजट में डिफेंस सेक्टर के लिए जो एलोकेशन हुआ है, क्या यह पर्याप्त है? क्या यह हमारी ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम है? चीन और पाकिस्तान की तुलना में हमारे रक्षा बजट की क्या स्थिति है और इसमें कितनी बढ़ोतरी करने की ज़रूरत है? पॉडख़ास में इसी विषय पर सुनिए डिफेन्स एक्सपर्ट और इंडिया टुडे के सीनियर जर्नलिस्ट संदीप उन्नीथन के साथ रितु राज की बातचीत.
जब कहीं तख्तापलट होता है तो मन में सवाल जरूर आते हैं कि क्यों ऐसा होता है. पता कैसे चलता है कि तख्तापलट हुआ है? तख्तापलट के बाद आगे की राह कैसी होती है? दुनिया में सबसे ज्यादा तख़्तापलट किन क्षेत्रों में होता है क्या कारण होते हैं? और क्यों कहा जाता है कि भारत में तख़्तपलट नहीं हो सकता? इन सब मसलों पर अमन गुप्ता ने बात की ऑब्ज़र्वर रिसर्च फ़ाउंडेशन दिल्ली में स्टडीज़ एंड हेड ऑफ़ स्ट्रेटजिक स्टडीज़ प्रोग्राम के डायरेक्टर प्रोफे़सर पंत से.
बजट में सरकारी विनिवेश को लेकर खूब बातें हो रही हैं. कई कंपनियों के विनिवेश की बात कही गयी है. तो क्या इसे सरकारी सेल कहना उचित है? क्या सरकार के पास अपनी संपत्ति बेचने के अलावा और कोई चारा ही नहीं था और सरकार की यह पॉलिसी भविष्य में किस ओर जाती दिख रही है, पॉडख़ास में इसी मसले पर सुनिए इंडिया टुडे हिंदी पत्रिका के एडिटर और आर्थिक मामलों के जानकार अंशुमान तिवारी के साथ रितु राज की बातचीत.
तुलसीदास रचित रामचरितमानस को लोग अपने अपने अंदाज़ में पढ़ते और गाते रहे हैं. मगर बिहार के एक शिक्षक रामचरितमानस को अपने अंदाज़ में लिख रहे हैं. पीयूष मोहन इनका नाम है और इन्होंने अवधी भाषा में लिखे इस काव्यग्रंथ को भोजपुरी में लिखने की ठानी है. तो इन्हें यह प्रेरणा कहां से मिली और अबतक का अनुभव कैसा रहा, पॉडख़ास में अमन गुप्ता के साथ सुनिए इनकी बातचीत.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना बजट भाषण संसद में दे दिया, लेकिन ज़रूरी नहीं है कि उनकी हर बात आपके पल्ले पड़ी हो. तो पॉडख़ास में आपका काम आसान कर रहे हैं रितु राज, इसके लिए उन्होंने बात की आर्थिक मामलों के जानकार शुभम शंखधर से और बजट से निकाली वो बातें जिसका सीधा नाता आपसे और आपकी जेब से है. सुनिए इन दोनों की ये बातचीत.
लोकनीति-सीएसडीएस के रिसर्च फैलो की स्टडी रिपोर्ट सामने आई है. इसमें दल-बदल से जुड़ा एक आंकड़ा दिया गया है. आंकड़ा ये है कि 2017 से 2020 तक पद पर रहते हुए 168 सांसद-विधायकों ने दल-बदल किया है. और दल-बदल करने वालों में भी 82 फ़ीसदी यानी 138 लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को चुना तो दल बदल क़ानून होने के बावजूद देश में इधर चला मैं, उधर चला क्यों होता रहता है. और कैसे प्रभावी बनेगा ये क़ानून इसी मसले पर पॉडख़ास में अमन गुप्ता ने बात की राजनीतिक विश्लेषक, लेखक और वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी से.
30 जनवरी 1948 इतिहास का वो काला दिन है जब नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी यानि बापू की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसी दिन का क़िस्सा सुनिए कुलदीप और उपासना से इस पॉडख़ास में.
21 जनवरी को 50 हज़ारी हुआ सेंसेक्स लगभग तीन हज़ार पॉइंट टूट गया है. 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करेंगी. तो बजट से ठीक पहले मार्केट क्या संकेत दे रहा है? बाजार को बजट से क्या उम्मीदें हैं और क्या मार्केट बजट के बाद एक बार फिर गुलज़ार हो पाएगा, पॉड ख़ास में इसी मसले पर सुनिए मार्केट एक्सपर्ट शुभम शंखधर से रितु राज की बातचीत.
Reliance Jio के बाद Airtel ने अपनी 5G सर्विस की घोषणा कर दी है.तो 4G के मुकाबले 5G से हमारी और आपकी ज़िंदगी में क्या बदलाव आएगा? 5G के लिए आपको क्या कीमत चुकानी होगी, पूरे देश में 5G नेटवर्क कब तक पहुंचेगा और क्या यह सबके लिए होगा? तो टेलीकॉम मामलों के जानकार मनु कौशिक से पॉड ख़ास में समझिए 5G और इससे जुड़े पहलुओं को, जिनसे बात की रितु राज ने.
एक मीठी सी फिल्म आई है- जामुन. तो बाप-बेटी के खूबसूरत रिश्तों की कहानी कहती यह फिल्म कैसे बनी? फिल्म में जामुन प्रसाद का किरदार निभाना रघुबीर यादव के लिए कितना चुनौती भरा था, श्वेता बासु प्रसाद ने इस फिल्म के लिए क्यों भरी हामी और फिल्म के सबसे बेहतरीन सीन्स कौन से हैं, पॉडख़ास में सुनिए इस फिल्म के डायरेक्टर गौरव मेहरा और इसकी जान रघुबीर यादव और श्वेता बासु प्रसाद के साथ कुमार केशव की बातचीत.
पश्चिम बंगाल में सियासत रोज़ नया रुख ले रही है. विपक्षी हावी हैं सो ममता बनर्जी ने भी तय किया कि वो रणनीति बदलेंगी. रणनीति बदल रही है, नतीजतन नारे बदल रहे हैं. तो टीएमसी की स्ट्रैटेजी कैसे बदल रही है और नारों में क्या परिवर्तन दिख रहा है, उस परिवर्तन से झलक क्या रहा है, पॉडख़ास में इसी विषय पर सुनिए आजतक बांग्ला के एडिटर केशवानंद दुबे के साथ कुमार केशव की बातचीत.
नेपाल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी से हटा दिया गया है. पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' को उनकी जगह नया संसदीय दल का नेता चुना गया है. तो ओली को क्यों दिखाया गया बाहर का रास्ता और क्या उनके हटने से भारत-नेपाल के बीच रिश्ते सुधरेंगे, पॉडख़ास में इसी विषय पर सुनिए लेखक और विदेशी मामलों के जानकार मोहम्मद ज़ीशान से नितिन ठाकुर की बातचीत.
जंगलों में इंसानी घुसपैठ, शिकार और खनिजों के अवैध दोहन को रोकने की ज़िम्मेदारी है वन विभाग के फॉरेस्टर्स और रेंजर्स पर. इन्हें बचाने की जद्दोजहद में कई बार इन लोगों पर भी हमले हो जाते हैं. कहा जा रहा कि सुरक्षा के लिए इन लोगों को बंदूकें दे दी जाएं तो क्या बंदूकें ये मसला सुलझा देंगी? और बंदूकें मिल गई तो क्या लोगों पर रेंजर्स बंदूक चला भी सकते हैं? पॉडख़ास में इसी विषय पर सुनिए अमन गुप्ता की इंडिया टुडे मैग्जीन में एसोसिएट एडिटर राहुल नोरोन्हा के साथ बातचीत.
दुनिया में सब झगड़े जंग से नहीं सुलझते. मामला दो देशों का हो तो मसला और पेचीदा हो जाता है. वहां काम आती है डिप्लोमेसी. और डिप्लोमेसी पर एक किताब आई है जिसका नाम है Flying Blind (India’s quest for global leadership). तो पॉडख़ास में नितिन ठाकुर ने बात की इस किताब के लेखक मोहम्मद ज़ीशान से. और उनसे जाना कि भारत की विदेश नीति में क्या कमियां हैं, क्या कभी चीन के साथ भारत की सुलह हो सकती है और क्या 30-40 साल बाद अमेरिका की जगह ले सकता है भारत? सुनिए इन दोनों की ये बातचीत.
वेब सीरीज़ “गुल्लक” का सेकेंड पार्ट आ गया है. छोटे शहर की मिडिल क्लास फैमिली के क़िस्सों से भरी हुई इस गुल्लक में आपको अपनी मम्मी, पापा या भाई दिख सकते हैं. कई बार खुद को भी खड़ा पाएंगे. नितिन ठाकुर ने इस वेब सीरीज़ के डायरेक्टर पलाश वासवानी और राइटर दुर्गेश सिंह से बात की. सुनिए कहां मिले इन दोनों को अपने किरदार, खुद को किस पात्र के सबसे करीब पाते हैं ये और कैसे सिक्का सिक्का जोड़ बनाई इन्होंने गुल्लक.
टीम इंडिया ने ब्रिसबेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली. इसके साथ ही भारतीय टीम ने ऑस्टेलियाई सरजमीं पर लगातार दो टेस्ट जीतकर इतिहास रच दिया. तो एडिलेड में मुंह की खाने के बाद टीम इंडिया ने पलटवार कैसे किया, ऑस्ट्रेलिया से कहां चूक हुई, इस ऐतिहासिक जीत के नायक कौन-कौन रहे और ये जीत इतनी स्पेशल क्यों है, पॉड ख़ास में इसी विषय पर सुनिए वरिष्ठ खेल पत्रकार राजेश राय, मोहम्मद इक़बाल, कुलदीप मिश्र और कुमार केशव की ये चर्चा.
कोविड महामारी के कारण मास्क की मांग अचानक बढ़ गई ये सब जानते हैं. लेकिन धीरे धीरे मास्क के प्रति लोगों में जो शुरुआत में जागरुकता थी वो जाती रही. बड़े शहरों में कड़े क़ानूनों और नियमों के बदौलत कुछ हद तक अभी मास्क ज़रूरी बना हुआ है लेकिन छोटे शहरों में तो लोगों ने इसे त्याग ही दिया है. अब ऐसे में भारत में मास्क की इंडस्ट्री का क्या होगा और पर्यावरण के लिहाज़ से सुरक्षित मास्क बनाने की दिशा में कैसे काम होगा? इसी पर अमन गुप्ता ने बात की ग्लोबल पीपीई मार्ट में बोर्ड मेंबर हरजीव सिंह से.
हां बहिनचोद सिर्फ गले रेतने का right है तुम लोगो के पास । और कोई right नहीं है, है ना ?
मादरचोदों ये सद्भावना और भाईचारे का संकेत मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के वाले commercial चलाके क्यों नहीं दिए जाते कभी ? हमेशा हिंदू लड़की ही क्यों होती है ? ऊपर से तुम दोनों बैठ गए हिंदू समाज को गलत ठहराने के लिए ।
बेटा तेरी चप्पल छीन तो लिया लेकिन अब वह चप्पल तेरे मुंह पर भी पड़ेगी । तुम दोनों साले जोकर ही हो । एक का तो पूरा है निकलता नहीं है, पीछे दूसरा है लगाना पड़ता है, और दूसरा बचपन के "ढा" पे ही अटका हुआ है । साला मुंह से "रा" निकलता ही नहीं है ।
साला DGP तुम्हरा अल्फाज़ ही हमको सालफाज जैसा मालूम पड़ता है ।
lata Mangeshkar is a bitch, she has a lot of attitude toward small singers.
बहिन के लौड़े तू हाथ जोड़ ले । हा हा हा
अगर BJP विरोधी लोगो से साथ PODCAST करोगे तो हम सिर्फ आलोचना नहीं करेंगे, हम तुम्हारी निंदा भी करेंगे और गालियां भी देंगे । तुम लोगो हरामी हो और भड़वे भी ।
ध्रुवीकरण की राजनीति मोदी ने नहीं, तुम जैसे समाज का खून चूसने वाले बिच्छू के आकाओं ने कि है । जिसे कांग्रेस पार्टी कहते है ।
इस पाकिस्तान कि नाजायज औलाद के साथ podcast करके अपने listeners को unsubscribe करवा लोगे और अपने podcast की लोकप्रियता खो बैठोगे । इस देश द्रोही से पहले इसकी अम्मी mehbooba mufti की report card मंगो । फिर दूसरो पे उंगली उठाए ।
एन एस अस्थाना, सारे पुण्य तो विकास दुबे ने कि किए थे । पुलिस ने कर दिया तो पाप हो गया । विकास दुबे को पुलिस ने नहीं मारा, बल्कि उसके कर्मों ने मारा है । तेरे भी कर्म सामने आयेंगे ।
Ritika kheda आप बहिन कि लोडी हो । जो लोग खाना afford कर सकते है अगर वो लोग भी राशन कार्ड बनवा लेंगे तो, सरा सस्ता राशन वहीं लोग इस्तेमाल कर लेंगे और गरीबों के लिए कमी पड़ जाएगी । और सस्ते अनाज का दुरपयोग शुरू हो जाएगा । थोड़ा अकाल से काम लो, सोच समझ के बोलो ।
20 लाख करोड़ क्या 50 लाख करोड़ भी मिल जाए तो निकम्मे TIK TOK पर वीडियो ही बनाएंगे और PUBG के ऊपर समय ही बर्बाद करेंगे ।