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'Wah! Ye Diariyaan' (स्वरचित १००+ गज़लें, नज़्में, और कविताऐं)!'
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मुझे तूने अभी देखा नहीं है
फ़ना मैं हुआ हूँ, तू नहीं💕
न तू जाने, न मैं जानूँ🙃
नज़ारे तू समझ जाता🤗
तू जानता है बस🥰
मैंने लिखा है तेरे नाम🥇
कभी ख़ुशनुमा, कभी ग़मनुमा, मौसम ये दिल का है!🤔
इक ये भी मुक़ाम और सही💪
है इक मेरे लिए👌
चढ़ गए हैं किराए पर☺️
या ज़ुबॉं से कहूँ😊
करते हैं याद आज भी😍
हल्का हल्का सा नशा, तेरी बातों में सुना😍
ख़फ़ा से लगते हो🤔
कैसे कहूँ😬
हर गज़र यहाँ इक हादसा है!😇
तो क्या गिला💕
अब और क्या, जीना बचा है🥹
अब तो जीने दो😃
झूठी हक़ीक़त, सच्चे अरमां🥹























