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Author: Aaj Tak Radio

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जुर्म की गलियों की हर आहट पर नज़र रखने आ गया है नया पॉडकास्ट 'क्राइम ब्रांच' जिसमें हम आपको सुनाएंगे क्राइम की दुनिया के वो क़िस्से जो आप ने कभी नहीं सुने होंगे. सुनिए, एक अर्से से क्राइम की ख़बरें कवर करने वाले आजतक के सीनियर क्राइम रिपोर्टर अरविंद ओझा की खास बातचीत उन शख्सियतों से जो जुर्म की आहट सबसे करीब से सुनते हैं.

CRIME BRANCH, hosted by renowned journalist Arvind Ojha, features interviews with former IPS officers, police officers, senior crime journalists, lawyers, reformed criminals, and those wrongfully accused and acquitted. Each episode dives into their experiences with high-profile cases, providing unique insights into the world of crime and justice.
52 Episodes
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‘क्राइम ब्रांच’ में हमारे साथ हैं IPS शक्ति मोहन अवस्थी. वो अफ़सर जिनकी कहानी आपको मोटिवेट भी करेगी और साथ ही काम की सीख भी देगी. शक्ति ने न सिर्फ़ दो-दो बार UPSC क्रैक किया, बल्कि यूपी के हालिया इतिहास के सबसे बड़े GST फ्रॉड का पर्दाफाश करने में भी अहम भूमिका निभाई. मुरादाबाद और आज़मगढ़ में ASP रहने के बाद, इस समय वो DCP सेंट्रल नोएडा के पद पर तैनात हैं. इस एपिसोड में क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने IPS शक्ति से पूछा कि GST घोटाला कैसे पकड़ में आया, डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचा जा सकता है और नोएडा पुलिस के पास किस तरह के केस आते हैं? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
रवि शंकर कौशिक, दिल्ली पुलिस के पूर्व डिप्टी कमिश्नर, 1982 में सब-इंस्पेक्टर के रूप में पुलिस सेवा में शामिल हुए और दो बार आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन पाकर इस रैंक तक पहुंचे. उन्होंने पाकिस्तान बेस्ड खालिस्तानी और कश्मीरी आतंकी संगठनों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशन लीड किए. 100 से ज्यादा आतंकियों को पकड़ा, कई बम धमाकों की साजिश नाकाम की और 100 किलो से ज्यादा RDX/PETN जब्त किया. रवि शंकर कौशिक, पहले भी हमारे गेस्ट रह चुके हैं. तब मौका और दस्तूर कुछ और था. इस बार वे अपनी नई किताब लेकर आए हैं, जिसका नाम है ‘शैडो ऑफ खालिस्तान’ ये किताब 80-90 के दशक में पंजाब और दिल्ली में आतंक के खिलाफ चली जंग के अंदरूनी किस्से बयान करती है. इन्हीं किस्सों को इस एपिसोड में रवि शंकर कौशिक खुद सुनाएंगे. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.
इस बार हमारे साथ हैं देश के सच्चे हीरो, रिटायर्ड कमोडोर विजयपाल सिंह रावत. नेशनल डिफेंस अकैडमी से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने माइन-क्लियरेंस डाइविंग ऑफिसर के तौर पर ट्रेनिंग ली और 1988 में अपनी क्लास में टॉप किया. 1992 में वे भारतीय नौसेना की सबसे खास और एलिट फोर्स MARCOS से जुड़े और यहां भी मेरिट लिस्ट में पहले स्थान पर रहे. 34 साल की शानदार सर्विस के बाद नवंबर 2020 में उन्होंने ‘प्रिंसिपल डायरेक्टर ऑफ स्पेशल ऑपरेशन्स एंड डाइविंग’ के पद से रिटायरमेंट लिया. उनकी बहादुरी और योगदान के लिए नौसेना ने उन्हें कई अवॉर्ड्स से सम्मानित किया. क्राइम ब्रांच के इस एपिसोड में विजयपाल सिंह रावत ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा से कमांडो ट्रेनिंग और सोमालिया के डाकुओं को लेकर कई रोचक बातें साझा की हैं. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड मामले में लगातार नए-नए वीडियो सामने आ रहे हैं. दोनों पक्ष अपनी-अपनी तरफ से दावे कर रहे हैं. इस मामले को क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा लगातार कवर कर रहे हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में अरविंद ओझा आपको बताएंगे कि गैस सिलेंडर से जलने वाली बात क्यों सामने आई, घटना के वक्त घर में कौन-कौन मौजूद था और सोशल मीडिया पर कौन सा झूठ फैलाया जा रहा है? प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश, जस्टिस सुधीर कुमार सक्सेना. एक ऐसे शख़्स, जिन्होंने साढ़े तीन दशक से भी ज़्यादा वक्त कानून और न्याय की दुनिया को दिया. ज़िला जज से लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच तक का सफ़र तय किया. क्राइम ब्रांच के इस एपिसोड में जस्टिस सुधीर कुमार सक्सेना ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा से खुलकर बात की. फांसी की सज़ा सुनाते वक्त जज के मन में क्या चलता है, कोर्ट से केस का बोझ कैसे कम हो सकता है, और कैसे एक फैसले से हज़ारों ज़िंदगियां बदल जाती हैं? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
कपिल शर्मा के लिए पिछले कुछ दिन बेहद मुश्किल भरे गुजरे हैं. उनके कनाडा स्थित कैफ़े पर दोबारा फायरिंग हुई है. इसके अलावा, कॉमेडियन को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी खुलेआम धमकी मिल चुकी है. अब इन्हीं घटनाओं को मद्देनज़र रखते हुए, मुंबई पुलिस ने कपिल शर्मा की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है.‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में, क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा आपको बताएंगे कि लॉरेंस गैंग के निशाने पर कपिल शर्मा क्यों हैं और क्यों सलमान के हर दोस्त को लॉरेंस दुश्मन मानने लगा है? प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती
एक दौर था, जब देश की सुरक्षा एजेंसियों को एक के बाद एक कई मामलों में असफलता मिल रही थी. तभी CBI के एक अफ़सर ने न केवल आतंकवादियों की नाक में दम कर दिया, बल्कि ‘गैंगस्टर डिप्लोमेसी’ में भारत की जीत की कहानी भी लिखी. राजस्थान कैडर के 1972 बैच के IPS अधिकारी, जिनकी सेवाएं CBI में लगभग दो दशकों तक रहीं, ने देश के सबसे पेचीदा मामलों की जांच की. चाहे वो आतंकवाद का मामला हो या फिर गैंगस्टर अबू सलेम और बबलू श्रीवास्तव का प्रत्यर्पण, हर जगह उनका अहम योगदान रहा. पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या की गुत्थी सुलझाने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही. इस एपिसोड में IPS एम. एल. शर्मा ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा से इस बारे में बेबाकी से बात की है. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : सूरज सिंह
वर्दी पहनना आसान है, लेकिन उसे गरिमा से जीना एक कला है. और सुरेन्दर गुलिया जैसे अफ़सर उस कला के असली उस्ताद हैं. हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर दिल्ली पुलिस के ऊंचे पदों तक का सफर तय करने वाले सुरेन्दर गुलिया की कहानी सिर्फ एक अफ़सर की नहीं, एक सच्चे लीडर की है. 1986 में पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद उन्होंने क्राइम ब्रांच की Anti Human Trafficking Unit के प्रमुख रहते हुए 3500 से ज़्यादा केस सुलझाए, 100 लोगों की टीम को लीड किया और 4 करोड़ की फिरौती की रिकवरी करवाई. इस एपिसोड में पूर्व एसीपी सुरेन्दर गुलिया ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा को बताया कि जेएनयू के नजीब अहमद केस में क्या हुआ और मानव तस्करी के दुनिया कितनी काली है? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती
कभी-कभी पुलिस की वर्दी सिर्फ़ क़ानून की रखवाली नहीं करती. वो सिस्टम के भीतर छिपे अंधेरे को भी रोशनी दिखाती है. 'क्राइम ब्रांच' के इस एपिसोड में हम आपको मिलवाएंगे एक ऐसी आईपीएस अधिकारी से, जिन्होंने न सिर्फ ₹100 करोड़ के बीमा घोटाले का पर्दाफाश किया, बल्कि उन चेहरों को भी बेनकाब किया जो सिस्टम के भीतर बैठकर मौत का सौदा कर रहे थे. इनका नाम है अनुकृति शर्मा. 2020 बैच की आईपीएस अफ़सर, जो इस वक्त उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले के साउथ ज़ोन की एसपी हैं.इस एपिसोड में आईपीएस अनुकृति शर्मा ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा को बताया कि यह स्कैम कैसे सामने आया, इसे किस तरह अंजाम दिया जा रहा था और इसके पीछे कौन-कौन शामिल था. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : सूरज सिंह
जिसे दुनिया ‘अपराध’ कहती है, अनुजा कपूर उसे मनोविज्ञान की नज़र से देखती हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में मिलिए अनुजा कपूर से. जो Criminology, Psychology और Victimology में डिग्रीधारी हैं. वो अपराध को सिर्फ़ कानून की किताबों से नहीं, इंसान के भीतर झांक कर समझती हैं. उनका मानना है कि अपराधी सिर्फ़ समाज में नहीं, हमारे भीतर भी छिपा हो सकता है. इस एपिसोड में क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने अनुजा कपूर से पूछा कि पति-पत्नी का झगड़ा हिंसक रूप क्यों ले रहा है? क्या अपराधी जन्म से होते हैं या परिस्थितियां उन्हें ऐसा बना देती हैं? और क्या अपराधियों को सुधारा जा सकता है? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती
‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में आज हम मिलवाने जा रहे हैं आपको एक ऐसे शख़्स से, जिन्हें लोग ‘डिटेक्टिव गुरु’ कहते हैं…राहुल राय गुप्ता. इन्होंने अब तक सैकड़ों केस सॉल्व किए हैं. चाहे मामला एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर का हो, कॉरपोरेट फ्रॉड का या फिर किसी CEO की इमेज का…राहुल राय गुप्ता हर तरह की जासूसी में माहिर हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने राहुल राय गुप्ता से कई अहम सवाल पूछे. उन्होंने पूछा कि एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर के केस समाज के किस वर्ग से ज़्यादा आते हैं? क्या महिलाओं के एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर बढ़ रहे हैं? और आख़िर रिश्तों में बात कहां और क्यों बिगड़ रही है? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती
पाकिस्तानी सेना के पूर्व अधिकारी आदिल रज़ा ने ‘क्राइम ब्रांच’ में खुलासा किया है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने डीजी आईएसआई के जरिए पहलगाम में आतंकी हमला करवाया. उन्होंने उन सबूतों पर भी बात की, जिनके आधार पर वह यह दावा कर रहे हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने आदिल रज़ा से पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के कनेक्शन पर सवाल किए. उन्होंने पाक आर्मी चीफ़ आसिम मुनीर के मंसूबों और उन्हें मिल रही चुनौतियों के बारे में भी चर्चा की. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती
मेघालय के दिल दहला देने वाले राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब चारों आरोपी सलाखों के पीछे हैं. हनीमून के नाम पर शिलॉंग लाकर कारोबारी राजा रघुवंशी की बेरहमी से हत्या कर दी गई. और इसी क्राइम सीन वेइसाडोंग फॉल्स से क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने रिकॉर्ड किया है ‘क्राइम ब्रांच’ का ये एपिसोड. इस एपिसोड में उन्होंने न सिर्फ सोनम के किलर प्लान को डिकोड किया है, बल्कि बुर्के वाली साजिश का भी पर्दाफाश किया है. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती
19 साल की उम्र में, जब हम में से ज़्यादातर लोग अपने करियर और भविष्य को लेकर सोचते हैं...उस उम्र में एक नौजवान, दुश्मन के बंकरों पर चढ़ाई कर रहा था. गोलियों की बौछार हो रही थी, शरीर से खून बह रहा था...लेकिन उसके इरादे चट्टानों से भी ज़्यादा मज़बूत थे. वो ना रुका, ना झुका...और उस चढ़ाई के बाद जो तिरंगा तोलोलिंग पर लहराया गया, वो सिर्फ एक पहाड़ी पर नहीं था. वो पूरे हिंदुस्तान के दिलों पर लहराया गया. आज हमारे साथ हैं कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में, क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव से कारगिल युद्ध की एक-एक डिटेल पूछी. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती
मेजर जनरल दुष्यंत सिंह, भारतीय सेना के एक जांबाज़ और सीनियर अधिकारी रहे हैं. दिसंबर 1981 में इन्हें ‘मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट’ की 9वीं बटालियन में कमीशन मिला. तीन दशकों से ज़्यादा लंबे करियर में इन्होंने जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाकों में बटालियन, ब्रिगेड और फिर डिवीजन की कमान संभाली. देश की सबसे खास सुरक्षा यूनिट… NSG यानी नेशनल सिक्योरिटी गार्ड में, उन्होंने दो बार बड़ी ज़िम्मेदारियां निभाईं. पहले डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑपरेशंस और फिर इंस्पेक्टर जनरल ऑपरेशंस के तौर पर. भारत की तरफ़ से वो यूनाइटेड नेशंस मिशन का हिस्सा भी रहे और सेना के सबसे बड़े ट्रेनिंग सेंटर….आर्मी वॉर कॉलेज के कमांडेंट भी बने. उनके बेहतरीन नेतृत्व और सेवा के लिए उन्हें ‘अति विशिष्ट सेवा मेडल’ और ‘परम विशिष्ट सेवा मेडल’ जैसे सम्मान मिले. साल 2016 में जब पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ, तब मेजर जनरल दुष्यंत सिंह NSG के डिप्टी कमांडेंट के तौर पर ऑपरेशन की कमान संभाल रहे थे. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में, क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने मेजर जनरल दुष्यंत सिंह से पठानकोट ऑपरेशन की एक-एक डिटेल पूछी. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : अमन पाल
बीएसएफ के जांबाज़ अफसर नरेंद्र नाथ धर दुबे की कहानी किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं है. गोरखपुर के एक गांव से निकलकर इस बहादुर अधिकारी ने 2003 में कुख्यात आतंकी गाज़ी बाबा के खिलाफ ऑपरेशन को लीड किया. सात गोलियां लगने के बावजूद दुबे डटे रहे, और आज भी उनके शरीर में एक गोली मौजूद है. जो उनके बलिदान की स्थायी निशानी है. इन्हीं की सच्ची कहानी पर आधारित है फिल्म Ground Zero, जिसमें इमरान हाशमी ने उनका किरदार निभाया है. लेकिन फिल्म से भी ज्यादा असरदार है वो कहानी, जो खुद अफसर की ज़ुबानी सुनने को मिलती है. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में, क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने बीएसएफ अफसर नरेंद्र नाथ धर दुबे से पूछी Ground Zero की असली कहानी. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : सूरज सिंह
एक पूर्व लश्कर-ए-तैयबा के ओजीडब्ल्यू (On-Ground Worker) ने कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उसने बताया कि आतंकियों को स्थानीय स्तर पर किस तरह समर्थन मिलता है, ओजीडब्ल्यू कैसे चुने जाते हैं और हमलों को अंजाम देने में उनकी क्या भूमिका होती है. वो अब अपने अतीत पर शर्मिंदा है और मानता है कि हाल ही में पहलगाम जैसे हमले ओजीडब्ल्यू की मदद के बिना मुमकिन नहीं हो सकते थे. अरविंद ओझा ने उससे ‘क्राइम ब्रांच’ में बातचीत की है. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : सूरज सिंह
क्राइम ब्रांच के इस एपिसोड में हमारे साथ हैं दिल्ली पुलिस के पूर्व एडिशनल कमिश्नर अशोक चांद, जिनका नाम भारत की सुरक्षा एजेंसियों में सम्मान के साथ लिया जाता है. 1983 से 2015 तक की अपनी सेवा अवधि में उन्होंने संसद हमला, लाल किला हमला और जामा मस्जिद धमाके जैसे कई बड़े आतंकी मामलों की जांच की. इस एपिसोड में उन्होंने अरविंद ओझा को बताया कि आतंकी अबू जुंदाल ने उनसे क्या-क्या खुलासे किए थे? साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि 26/11 के मुंबई हमले के बाद हमारे इंटेलिजेंस और सिक्योरिटी सिस्टम में क्या-क्या बदलाव किए गए? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: अमन पाल
रिश्तों में कत्ल अब कोई नई बात नहीं रह गई है. आजकल देशभर से रोज़ ऐसी ख़बरें सामने आती हैं, जहां कभी पति ने पत्नी की हत्या कर दी, तो कहीं पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटा दिया. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में अरविंद ओझा आपको लेकर चलेंगे मेरठ और नोएडा की एक सच्ची घटना की ओर..जहां प्यार के बदले मिला सिर्फ धोखा. ये कहानी है उस शक़ की, जिसने एक घर तोड़ दिया और ज़िंदगी छीन ली. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
1996 से 1998 तक में दिल्ली-एनसीआर में हुए 40 सीरियल बम ब्लास्ट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. चारों तरफ डर, चीख-पुकार और खौफ का माहौल था. लेकिन इस तबाही के पीछे जो नाम सामने आया, उसने सबको चौंका दिया. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में हमारे साथ हैं दिल्ली पुलिस के पूर्व DCP और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट रविशंकर कौशिक, जिन्होंने इस केस की तह तक सच्चाई को सामने लाया. उन्होंने अरविंद ओझा को बताया कि दिल्ली ब्लास्ट्स की शुरुआत कैसे हुई, कैसे पुलिस को मिली पहली बड़ी लीड और कैसे पुलिस ने इस खतरनाक नेटवर्क को उजागर किया? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: सूरज सिंह
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