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Author: Adventist World Radio

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Description

Hindi radio program from Adventist World Radio
405 Episodes
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HINPU_VOHx_20241215_1

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2024-12-1428:55

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2024-12-1428:56

सच्चा पश्चाताप और दोषमुक्ति पवित्रीकरण की ओर ले जाता है, उससे परमेश्वर के परिवार में गोद लिया जाता है, विजयी जीवन का शुरुआत होता है और अनंत जीवन का उपहार मिलता है।
उद्धार के अनुभव में पश्चाताप, पाप-स्वीकरण, क्षमा, दोषमुक्ति एवं पवित्रीकरण शामिल हैं।
परमेश्वर द्वारा मेल-मिलाप का उद्देश्य उसके पुत्र मसीह यीशु के प्रायश्चित एवं सुलहपूर्ण लहू (स्व-बलिदान) के द्वारा सिद्ध हुआ।
परमेश्वर द्वारा मेल-मिलाप का उद्देश्य उसके पुत्र मसीह यीशु के प्रायश्चित एवं सुलहपूर्ण लहू (स्व-बलिदान) के द्वारा सिद्ध हुआ।
मसीह के व्यक्ति में ही हम परमेश्वर के न्याय और अनुग्रह को समझ सकते हैं।
मसीह के जीवन ने परमेश्वर के न्याय और अच्छाई को दर्शाया और प्रदर्शित किया कि परमेश्वर की व्यवस्था और शासन न्यायसंगत है, जिसे शैतान आक्रमण किया था।
महान संघर्ष स्वर्ग में उत्पन्न हुआ, जब एक सृजित प्राणी, चुनाव का स्वतन्त्रता का उपयोग करके आत्म-उत्थान की प्रयास में परमेश्वर का विरोध किया।
पतित जोड़े को सज़ा सुनाने से पहले परमेश्वर ने उन्हे अनुग्रह का वाचा देकर आशा दी जिसकी स्थापना उसने सृष्टि के पूर्व किया था।
पाप मानव स्वभाव में परिवर्तन लाया और पारस्परिक संबंधों तथा परमेश्वर के साथ सम्बन्धों को प्रभावीत किया।
परमेश्वर ने हमें अपने स्वरूप में बनाया है, और हमें अपने सृजनकर्ता को अपने प्रभुत्व के भीतर हर संभव तरीके से प्रतिबिम्बित करना है।
हालांकि स्वतंत्र प्राणी बनाए गये, प्रत्येक मनुष्य शरीर, मन और आत्मा की एक अविभाज्य एकता है।
परमेश्वर सारी सृष्टि के सृष्टिकर्ता हैं जो उसके महिमा के लिए बनाए गये हैं, और वह उसका ख्याल करता है।
परमेश्वर ने स्वर्ग और पृथ्वी की सृष्टि अपने वचन से किया।
पवित्र आत्मा यीशु के सत्य में हमारा मार्गदर्शक है और उसका उपस्थिति हमारे बीच लाता है।
इस पृथ्वी छोडने से पहले यीशु ने अपने शिष्यों को परमेश्वर द्वारा भेजे जाने वाले पवित्र आत्मा के उपस्थिति का प्रतिज्ञा किया था।
यीशु मसीह भविष्यकता, याजक, एवं राजा के पदों द्वारा परमेश्वर और हमारे बीच मध्यस्थ का कार्य करते हैं।
यीशु मसीह के व्यक्तित्व में दो स्वभाव दिव्य एवं मानवीय एक में मिल गए।
परमेश्वर ने दानियेल को भविष्यवाणि में अपने पुत्र के आने के ठोस समय दरसा दिये थे।
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