परिवार इस दुनिया में सबसे अनमोल चीज होती है । सुख दुख , जिंदगी के हर मोड़ पर हमारा परिवार हमारा साथ देता है । आचार्य के भी परिवार के लिए काफी संजीदा विचार थे । आइए सुनते है इस कहानी में .... आपको ये एपिसोड कैसा लगा , जरूर बताएं Instagran: nishlifequotes
लक्ष्य... हर इंसान के कुछ न कुछ लक्ष्य जरूर होते है । लेकिन क्या लक्ष्यों की प्रति हम प्रतिबद्ध हो पाते है। आइए सुनते है आचार्य चाणक्य के लक्ष्य के प्रति जागरूकता और प्रतिबद्धता
भारत के सभी राज्य एक दूसरे से लड़ाई करके देश को कमजोर कर रहे थे और इधर विदेशी देश भारत पर हमला करने निकल चुके थे । पर कोई था जो सशक्त भारत का सपना देख कर उसे पूरा करने निकला चुका था .....पर कौन था वो योद्धा जिसने बिना युद्धक्षेत्र में उतरे दुश्मन को उखाड़ फेंका।