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Another Perspective / दूसरा पहलू
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Another Perspective / दूसरा पहलू

Author: Prabhakar Mishra

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जो दिखता है, जरूरी नहीं कि वही सच हो! एक दूसरा पहलू भी हो सकता है। What appears is not necessarily true. There may be an another perspective.
16 Episodes
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तुम्हारा पेट भरा था इसलिए तुम बुद्ध हुए अन्यथा तुम मजदूर होते ! - उमेश स्वामी 'यायावर'
सौ जूते और सौ प्याज़ वाली कहावत तो पुरानी है, लेकिन आज भी प्रासंगिक है!
ये गिनकर पचास जूते मारने की कला केवल इलाहाबादियों को ही आती है! अब आप पूछेंगे कि ये क्या बकैती है, जूता भी कोई गिनकर मारता है क्या ? तो सुनिये एक इलाहाबादी किस्सा जो मेरे एक वरिष्ठ ने मुझे सुनाया था ..
जब वज़ीर को सज़ा के तौर पर 100 जूता और 100 प्याज़ दोनों खाने पड़े 😊
एक चील ने पहले एक साँप को फिर एक मेंढक को अपने पंजों में दबोच लिया। चील दोनों को पंजों में दबोचे हुए आसमान में उड़ने लगी। चील जब तक ऊँचाई पर पहुँचती तब तक साँप और मेंढक दोनों चील के पंजों में सहज हो चुके थे। साँप ने देखा सामने पास ही में एक मेंढक है। साँप मेंढक को निगलने के लिए लपका। उधर मेंढक ने देखा कि बगल में एक साँप है और उसकी तरफ झपट रहा है। साँप को झपटते देख मेंढक दूसरी तरफ छलाँग मारकर उससे बचने की कोशिश करने लगा। मौत के पंजों में दबे साँप और मेंढक की फितरत देख चील मुस्कराने लगी। चील आज भी मुस्करा रही होगी।
एक खूबसूरत कहानी.. खूबसूरत संदेश के साथ कि व्यक्ति को एक अच्छा इंसान बनने की कोशिश करनी चाहिए।
कहानी बाघ और बकरी की..
छोटी उम्र के सपने का  सपने में अनुवाद हो गया, मातृभाषा में देखे जाने वाले सपने पर भी  तुम्हारा ही राज हो गया!
मीडिया के कृष्ण - सुदामा की दोस्ती की कहानी
यह हरिशंकर परसाई जी की कहानी है। इसमें परसाई जी ने आस्थाओं के बाजारीकरण और धार्मिक पाखंड पर प्रहार किया है।
श्रीकांत वर्मा की कविता 'हस्तक्षेप' सरकारी स्कूलों के 11वीं कक्षा में पढ़ाई जाती है।
मनुष्य अपने जल्लादों के सामने नतमस्तक हो जाते हैं और अपने वफादार और हमदर्दों का तिरस्कार करते हैं।
जोशीमठ के पहाड़, शिवप्रसाद जोशी की कविता
चाटुकारों से घिरा राजा/ शासक दम्भी हो जाता है।
अधिवक्ता दिवस पर बात उस अधिवक्ता की जो देश का प्रथम राष्ट्रपति बना। पॉडकास्ट के इस एडिशन में डॉ राजेंद्र प्रसाद से जुड़े किस्से
पार्टी सदस्यों के लिए, कहीं भी पुलिस नहीं है! - कॉमरेड रादेक का व्यंग।
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