आत्म सम्मान और कुछ नहीं, बल्कि ख़ुद अपने बारे में हमारी सोच है। ऊँचे दरजे के आत्म सम्मान से जिंदगी खुशहाल बनती है। आत्म सम्मान एक ऐसा अहसास है, जो अच्छाई को समझने और उस पर अमल करने से पैदा होता है। कोई भी आपकीे इज़ाजत के बगैर आपको हीन महसूस नहीं करा सकता।
Apne baccho k sapno ko pura krne me apna contribution den..
यदि हम सुख से रहना चाहते हैं तो हमें प्रकृति के प्रति शिष्टाचार दर्शाने वाली बातों पर अमल करना ही होगा
अगर हम ये सोचते रहेंगें कि हमे घर से निकलने के बाद सभी जगह ग्रीन लाइट्स मिलें, तो हम कभी भी गैराज से अपनी गाड़ी नहींं निकाल पायेंगें। कामयाबी पाने के लिए आगे बढ़ते हुए हमे मुश्किलों का सामना भी करना पड़ेगा। हमें उनसे घबराना नहीं है। उनका डटकर मुकाबला करना है।