Crime Branch

जुर्म की गलियों की हर आहट पर नज़र रखने आ गया है नया पॉडकास्ट 'क्राइम ब्रांच' जिसमें हम आपको सुनाएंगे क्राइम की दुनिया के वो क़िस्से जो आप ने कभी नहीं सुने होंगे. सुनिए, एक अर्से से क्राइम की ख़बरें कवर करने वाले आजतक के सीनियर क्राइम रिपोर्टर अरविंद ओझा की खास बातचीत उन शख्सियतों से जो जुर्म की आहट सबसे करीब से सुनते हैं.<br /><br />CRIME BRANCH, hosted by renowned journalist Arvind Ojha, features interviews with former IPS officers, police officers, senior crime journalists, lawyers, reformed criminals, and those wrongfully accused and acquitted. Each episode dives into their experiences with high-profile cases, providing unique insights into the world of crime and justice.

सलमान खान के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर पवन सिंह क्यों?: Crime Branch

टेलिविज़न जगत के सबसे बड़े शो बिग बॉस का फ़ाइनल आ चुका है, और इसी बीच एक खबर हर तरफ़ सुर्खियों में है - पवन सिंह को लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से मिली धमकी. ‘क्राइम ब्रांच’ में आज इसी धमकी को डिकोड किया जाएगा. आपका बताएंगे कि इसके पीछे की पूरी कहानी क्या है, क्या वाकई ये धमकी बिश्नोई गैंग ने भेजी है, पवन सिंह उनके निशाने पर कैसे आए और इस गैंग के तार बिहार-नेपाल से कैसे जुड़े हैं? सुनिए पूरा एपिसोड, अरविंद ओझा के साथ. प्रड्यूसर: माज़ साउंड मिक्सिंग: अमन पाल

12-09
22:17

सूट-बूट में छिपे जैश-ए-मोहम्मद के White Collar आतंकियों की इनसाइड स्टोरी: Crime Branch

सूट-बूट में दिखने वाले लोग कब, कैसे और कहां आतंक की सबसे ख़तरनाक परतों से जुड़े होते हैं. क्राइम ब्रांच के इस एपिसोड में जानिए. जैश-ए-मोहम्मद की कथित White Collar महिला विंग कैसे काम करती है? उनका नेटवर्क कैसे बनता है, कैसे फैलता है और कैसे पकड़ में आता है? इस एपिसोड में हम खोल रहे हैं उस आतंक का वो चेहरा, जो भीड़ में घुल-मिलकर चलता है…लेकिन प्लान करता है विनाश. सुनिए क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा से. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती

11-25
30:07

लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई का नया प्लान कितना खतरनाक?: Crime Branch

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का क्या अब The END शुरू हो चुका है? या उसके भाई अनमोल बिश्नोई की एंट्री इस क्राइम नेटवर्क को पहले से भी ज्यादा मजबूत बनाने वाली है? ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में बताएंगे कि क्या अनमोल बिश्नोई की वापसी गैंग को नई दिशा देगी? क्या लॉरेंस का नेटवर्क टूट रहा है या नया पावर शिफ्ट शुरू हो चुका है? सुनिए ‘अरविंद ओझा’ से. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती

11-19
13:38

लखनऊ में कैसे हुई पूर्वांचल गैंग की एंट्री: Crime Branch | लखनऊ के रंगबाज़

बृजलाल इस वक्त उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद हैं. वे भारतीय पुलिस सेवा (IPS) 1977 बैच के यूपी कैडर के अधिकारी रहे हैं और प्रदेश के DGP भी रह चुके हैं. अपने करियर में उन्होंने 19 एनकाउंटर को अंजाम दिया. करीब तीन दशकों तक देश के सबसे बड़े सूबे में हुई तमाम घटनाओं के न सिर्फ गवाह रहे, बल्कि कई बार खुद कानून के एक अहम पक्ष भी बने. उन्होंने कई किताबें लिखी हैं, जिन पर हमने उनसे पहले भी बातचीत की थी. लेकिन उस बातचीत में बहुत कुछ छूट गया था. उसी को पूरा करने के लिए हमने फिर बृजलाल को बुलाया है. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में हम उनकी किताब ‘लखनऊ के रंगबाज’ पर बात करेंगे. सुनिए अरविंद ओझा के साथ. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : अमन पाल Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.

11-11
44:07

अंकिता भंडारी केस में क्यों था दबाव और IPS ने हजारों की भीड़ को कैसे कंट्रोल किया: Crime Branch

कभी-कभी…खाकी वर्दी के पीछे छिपा एक इंसान, दुनिया के सबसे दिलचस्प किस्से लेकर आता है. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में हमारे साथ हैं उत्तराखंड के पूर्व DGP अशोक कुमार, जिन्होंने अपने लंबे अनुभव और किताब के ज़रिए पुलिस की उस दुनिया की झलक दिखाई है, जिसे आम लोग शायद ही कभी देख पाते हैं. तीन दशक से ज़्यादा की सेवा. सैकड़ों घटनाएं. और इंसानियत की वो मिसालें, जो खाकी को एक चेहरा देती हैं. इस बातचीत में अशोक कुमार न सिर्फ इलाहाबाद से प्रयागराज तक की पुलिस कहानियों को साझा करते हैं, बल्कि बताते हैं कि पुलिस, एक संस्था के तौर पर, जनता का भरोसा कैसे जीत सकती है. साथ ही हम बात करेंगे अंकिता भंडारी केस की. एक ऐसी लड़की की, जिसने गलत के आगे झुकने से इनकार कर दिया और उसकी कीमत अपनी जान देकर चुकाई. सुनिए पूरी कहानी अरविंद ओझा के साथ. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: अमन पाल

11-04
01:04:49

गर्लफ्रेंड के साथ बनाए गए प्राइवेट वीडियो ने कैसे ले ली यूपीएससी छात्र की जान?: Crime Branch

6 अक्टूबर को दिल्ली के तिमारपुर इलाके के गांधी विहार में एक फ्लैट की चौथी मंज़िल पर आग लग गई. फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पा लिया गया. जब पुलिस ने मौके की जांच की, तो उन्हें एक व्यक्ति का जला हुआ शव मिला. मरने वाले की पहचान राम केश मीना के रूप में हुई, जो उसी फ्लैट में रहने वाला एक यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र की थी, शुरुआत में पुलिस ने बताया कि ऐसा लगता है कि उसकी मौत सिलेंडर फटने से लगी आग में हुई है लेकिन पूरा मामला कुछ और निकला, सुनिए ‘क्राइम ब्रांच’ में.

10-28
29:56

ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम में कैसे लगी सेंध और डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचें?: Crime Branch

क्राइम ब्रांच के इस एपिसोड में हमारे साथ हैं हर्ष बहल जो साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल फॉरेंसिक के जाने-माने एक्सपर्ट हैं. हर्ष साइबर सिक्योरिटी कंपनी Exterro में वाइस प्रेसिडेंट भी हैं. उन्होंने अपने अनुभव से साइबर सिक्योरिटी से जुड़े कई हाई-प्रोफाइल केस सॉल्व किए हैं, जिनमें AIIMS जैसे नामी अस्पताल और सेमीकंडक्टर कंपनियों पर हुए गंभीर साइबर अटैक शामिल हैं. इस एपिसोड में हमने हर्ष से पूछा कि डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचा जा सकता है? साइबर सिक्योरिटी को समझना क्यों जरूरी है और क्या एंटी-वायरस बनाने वाली कंपनियां ही वायरस बनाती हैं? ‘क्राइम ब्रांच’ में सुनिए अरविंद ओझा से. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती

10-21
55:26

बिहार में जातियों का झगड़ा कैसे खूनी खेल में बदल गया?: Crime Branch

बिहार के कई जगहों पर दो दशक तक नरसंहार हुआ. वो जगहें थीं. जहानाबाद जिले का लक्ष्मणपुर बाथे और शंकर बिगहा, पटना जिले का बेलछी, गया जिले के बघौरा और बारा गांव, भोजपुर जिले का बथानी टोला, अरवल जिले का सेनारी, और औरंगाबाद जिले का मियांपुर गांव. जहां इंसानियत को शर्मसार करने वाली खून की नदियां बहीं और इंसान की चीखें सत्ता की दीवारों से टकराकर लौट आईं. हर गांव में एक किस्सा था, हर रात में एक डर,और हर सुबह किसी मां की चीत्कार गूंजती थी. इस लड़ाई में कितने लोगों ने अपनी जान गंवाई, कितने परिवार उजड़ गए और आखिर इसका अंत कैसे हुआ? ‘क्राइम ब्रांच’ में सुनिए अरविंद ओझा से. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती

10-14
18:38

पवन सिंह के बीजेपी जॉइन करते ही पत्नी ज्योति सिंह ने क्यों मचाया बवाल?: Crime Branch

भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह अपनी निजी जिंदगी को लेकर इन दिनों ख़ूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. यह विवाद उनकी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह से जुड़ा है. हाल ही में ज्योति सिंह ने सोशल मीडिया पर एक लंबा नोट लिखकर पवन सिंह से घर लौटने की गुहार लगाई थी. ज्योति ने इस बात का जिक्र किया था कि पवन सिंह उन्हें कई महीनों से छोड़कर अलग रह रहे हैं. इसके बाद एक नाटकीय घटनाक्रम में पुलिस ने ज्योति सिंह को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना के बाद ज्योति ने एक रोती-बिलखती हुई वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसमें वह महिला पुलिस अधिकारियों के साथ नजर आ रही हैं.इस वीडियो में उन्होंने अपने पति पवन सिंह पर किसी दूसरी महिला के साथ होटल में जाने का गंभीर आरोप भी लगाया है. क्या है ये पूरी कहानी ‘क्राइम ब्रांच’ में सुनिए ‘अरविंद ओझा’ से. प्रड्यूसर: अंकित & मानव साउंड मिक्सिंग: अमन पाल

10-08
19:16

स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती की गैंग में कौन-कौन और अय्याशी का पूरा खेल कैसे खुला?: Crime Branch

दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट में छात्राओं से छेड़खानी और यौन उत्पीड़न का मामला बढ़ता ही जा रहा है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे 62 साल के स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ स्वामी पार्थसारथी की करतूतों की पोल खुलती जा रही है. आरोप है कि उसने न केवल 17 छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया, बल्कि इसके लिए उसने संस्थान में एक 'लेडी गैंग' भी बना रखा था. इस बाबा की पूरी कहानी सुनिए 'क्राइम तक' में अरविंद ओझा से. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : अमन पाल

09-30
25:47

नोएडा पुलिस के पास आने वाली अनोखी शिकायतें और डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचें?: Crime Branch

‘क्राइम ब्रांच’ में हमारे साथ हैं IPS शक्ति मोहन अवस्थी. वो अफ़सर जिनकी कहानी आपको मोटिवेट भी करेगी और साथ ही काम की सीख भी देगी. शक्ति ने न सिर्फ़ दो-दो बार UPSC क्रैक किया, बल्कि यूपी के हालिया इतिहास के सबसे बड़े GST फ्रॉड का पर्दाफाश करने में भी अहम भूमिका निभाई. मुरादाबाद और आज़मगढ़ में ASP रहने के बाद, इस समय वो DCP सेंट्रल नोएडा के पद पर तैनात हैं. इस एपिसोड में क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने IPS शक्ति से पूछा कि GST घोटाला कैसे पकड़ में आया, डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचा जा सकता है और नोएडा पुलिस के पास किस तरह के केस आते हैं? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: अमन पाल

09-23
01:08:19

चुनाव के वक्त 100 किलो RDX से दिल्ली को उड़ाने की साजिश कैसे हुई फेल?: Crime Branch

रवि शंकर कौशिक, दिल्ली पुलिस के पूर्व डिप्टी कमिश्नर, 1982 में सब-इंस्पेक्टर के रूप में पुलिस सेवा में शामिल हुए और दो बार आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन पाकर इस रैंक तक पहुंचे. उन्होंने पाकिस्तान बेस्ड खालिस्तानी और कश्मीरी आतंकी संगठनों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशन लीड किए. 100 से ज्यादा आतंकियों को पकड़ा, कई बम धमाकों की साजिश नाकाम की और 100 किलो से ज्यादा RDX/PETN जब्त किया. रवि शंकर कौशिक, पहले भी हमारे गेस्ट रह चुके हैं. तब मौका और दस्तूर कुछ और था. इस बार वे अपनी नई किताब लेकर आए हैं, जिसका नाम है ‘शैडो ऑफ खालिस्तान’ ये किताब 80-90 के दशक में पंजाब और दिल्ली में आतंक के खिलाफ चली जंग के अंदरूनी किस्से बयान करती है. इन्हीं किस्सों को इस एपिसोड में रवि शंकर कौशिक खुद सुनाएंगे. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.

09-16
01:22:23

सोमालिया के डाकू कैसे बने, कैसे होती है MARCOS कमांडो और Sniper की ट्रेनिंग?: Crime Branch

इस बार हमारे साथ हैं देश के सच्चे हीरो, रिटायर्ड कमोडोर विजयपाल सिंह रावत. नेशनल डिफेंस अकैडमी से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने माइन-क्लियरेंस डाइविंग ऑफिसर के तौर पर ट्रेनिंग ली और 1988 में अपनी क्लास में टॉप किया. 1992 में वे भारतीय नौसेना की सबसे खास और एलिट फोर्स MARCOS से जुड़े और यहां भी मेरिट लिस्ट में पहले स्थान पर रहे. 34 साल की शानदार सर्विस के बाद नवंबर 2020 में उन्होंने ‘प्रिंसिपल डायरेक्टर ऑफ स्पेशल ऑपरेशन्स एंड डाइविंग’ के पद से रिटायरमेंट लिया. उनकी बहादुरी और योगदान के लिए नौसेना ने उन्हें कई अवॉर्ड्स से सम्मानित किया. क्राइम ब्रांच के इस एपिसोड में विजयपाल सिंह रावत ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा से कमांडो ट्रेनिंग और सोमालिया के डाकुओं को लेकर कई रोचक बातें साझा की हैं. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती

09-02
57:22

निक्की मर्डर केस में कहानी कैसे पलट गई?: Crime Branch

ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड मामले में लगातार नए-नए वीडियो सामने आ रहे हैं. दोनों पक्ष अपनी-अपनी तरफ से दावे कर रहे हैं. इस मामले को क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा लगातार कवर कर रहे हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में अरविंद ओझा आपको बताएंगे कि गैस सिलेंडर से जलने वाली बात क्यों सामने आई, घटना के वक्त घर में कौन-कौन मौजूद था और सोशल मीडिया पर कौन सा झूठ फैलाया जा रहा है? प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती

08-26
18:21

इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज ने मर्डर से लेकर झूठे केस पर क्या बताया?: Crime Branch

इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश, जस्टिस सुधीर कुमार सक्सेना. एक ऐसे शख़्स, जिन्होंने साढ़े तीन दशक से भी ज़्यादा वक्त कानून और न्याय की दुनिया को दिया. ज़िला जज से लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच तक का सफ़र तय किया. क्राइम ब्रांच के इस एपिसोड में जस्टिस सुधीर कुमार सक्सेना ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा से खुलकर बात की. फांसी की सज़ा सुनाते वक्त जज के मन में क्या चलता है, कोर्ट से केस का बोझ कैसे कम हो सकता है, और कैसे एक फैसले से हज़ारों ज़िंदगियां बदल जाती हैं? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती

08-19
53:54

कपिल शर्मा शो में आने की वजह से लॉरेंस के निशाने पर फिर आए सलमान खान?: Crime Branch

कपिल शर्मा के लिए पिछले कुछ दिन बेहद मुश्किल भरे गुजरे हैं. उनके कनाडा स्थित कैफ़े पर दोबारा फायरिंग हुई है. इसके अलावा, कॉमेडियन को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी खुलेआम धमकी मिल चुकी है. अब इन्हीं घटनाओं को मद्देनज़र रखते हुए, मुंबई पुलिस ने कपिल शर्मा की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है.‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में, क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा आपको बताएंगे कि लॉरेंस गैंग के निशाने पर कपिल शर्मा क्यों हैं और क्यों सलमान के हर दोस्त को लॉरेंस दुश्मन मानने लगा है? प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग: रोहन भारती

08-12
26:57

पंजाब के सीएम बेअंत सिंह की हत्या और 3 प्लेन हाईजैकिंग के बारे में CBI अफसर ने क्या बताया?: Crime Branch

एक दौर था, जब देश की सुरक्षा एजेंसियों को एक के बाद एक कई मामलों में असफलता मिल रही थी. तभी CBI के एक अफ़सर ने न केवल आतंकवादियों की नाक में दम कर दिया, बल्कि ‘गैंगस्टर डिप्लोमेसी’ में भारत की जीत की कहानी भी लिखी. राजस्थान कैडर के 1972 बैच के IPS अधिकारी, जिनकी सेवाएं CBI में लगभग दो दशकों तक रहीं, ने देश के सबसे पेचीदा मामलों की जांच की. चाहे वो आतंकवाद का मामला हो या फिर गैंगस्टर अबू सलेम और बबलू श्रीवास्तव का प्रत्यर्पण, हर जगह उनका अहम योगदान रहा. पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या की गुत्थी सुलझाने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही. इस एपिसोड में IPS एम. एल. शर्मा ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा से इस बारे में बेबाकी से बात की है. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर: अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : सूरज सिंह

08-05
01:01:34

मानव तस्करी का काला सच, JNU का नजीब अहमद केस और 4 करोड़ की फिरौती की गुत्थी: Crime Branch

वर्दी पहनना आसान है, लेकिन उसे गरिमा से जीना एक कला है. और सुरेन्दर गुलिया जैसे अफ़सर उस कला के असली उस्ताद हैं. हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर दिल्ली पुलिस के ऊंचे पदों तक का सफर तय करने वाले सुरेन्दर गुलिया की कहानी सिर्फ एक अफ़सर की नहीं, एक सच्चे लीडर की है. 1986 में पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद उन्होंने क्राइम ब्रांच की Anti Human Trafficking Unit के प्रमुख रहते हुए 3500 से ज़्यादा केस सुलझाए, 100 लोगों की टीम को लीड किया और 4 करोड़ की फिरौती की रिकवरी करवाई. इस एपिसोड में पूर्व एसीपी सुरेन्दर गुलिया ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा को बताया कि जेएनयू के नजीब अहमद केस में क्या हुआ और मानव तस्करी के दुनिया कितनी काली है? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती

07-29
52:45

आईपीएस अनुकृति शर्मा ने 100 करोड़ के संभल इंश्योरेंस घोटाले की परतें कैसे खोलीं?: Crime Branch

कभी-कभी पुलिस की वर्दी सिर्फ़ क़ानून की रखवाली नहीं करती. वो सिस्टम के भीतर छिपे अंधेरे को भी रोशनी दिखाती है. 'क्राइम ब्रांच' के इस एपिसोड में हम आपको मिलवाएंगे एक ऐसी आईपीएस अधिकारी से, जिन्होंने न सिर्फ ₹100 करोड़ के बीमा घोटाले का पर्दाफाश किया, बल्कि उन चेहरों को भी बेनकाब किया जो सिस्टम के भीतर बैठकर मौत का सौदा कर रहे थे. इनका नाम है अनुकृति शर्मा. 2020 बैच की आईपीएस अफ़सर, जो इस वक्त उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले के साउथ ज़ोन की एसपी हैं.इस एपिसोड में आईपीएस अनुकृति शर्मा ने क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा को बताया कि यह स्कैम कैसे सामने आया, इसे किस तरह अंजाम दिया जा रहा था और इसके पीछे कौन-कौन शामिल था. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : सूरज सिंह

07-15
37:35

हसबैंड-वाइफ के झगड़े, अपराधी का दिमाग कैसे काम करता है और क्या क्रिमिनल सुधर सकते हैं?: Crime Branch

जिसे दुनिया ‘अपराध’ कहती है, अनुजा कपूर उसे मनोविज्ञान की नज़र से देखती हैं. ‘क्राइम ब्रांच’ के इस एपिसोड में मिलिए अनुजा कपूर से. जो Criminology, Psychology और Victimology में डिग्रीधारी हैं. वो अपराध को सिर्फ़ कानून की किताबों से नहीं, इंसान के भीतर झांक कर समझती हैं. उनका मानना है कि अपराधी सिर्फ़ समाज में नहीं, हमारे भीतर भी छिपा हो सकता है. इस एपिसोड में क्राइम जर्नलिस्ट अरविंद ओझा ने अनुजा कपूर से पूछा कि पति-पत्नी का झगड़ा हिंसक रूप क्यों ले रहा है? क्या अपराधी जन्म से होते हैं या परिस्थितियां उन्हें ऐसा बना देती हैं? और क्या अपराधियों को सुधारा जा सकता है? Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. प्रड्यूसर : अंकित द्विवेदी साउंड मिक्सिंग : रोहन भारती

07-08
01:06:55

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