हिंदी दिवस के उपलक्ष में गई गई एक बहुत ही सुंदर कविता। प्रकृति ने हमे उपहार स्वरूप बहुत कुछ दिया है, खुद भी इसका मजा उठाएं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
अगर हम हमारे मन में दूसरों के प्रति नकारात्मक विचार रखते हैं तो वह अधिक बुरे होकर हमारे पास वापस आते हैं। और इसी प्रकार अगर हम दूसरों के प्रति सकारात्मक विचार रखते हैं तो वे और भी सुंदर, सुदृढ़ होकर हमारे पास आते हैं।
शोरगुल भरी इस दुनिया में हम भाग दौड़ में लगे हुए हैं। न कभी मन की बात सुनी ना कभी मनन किया। जीवन को दिशा देने के लिए एकाग्रता जरूरी है।
मुसीबत में अक्सर लोग सबसे पहले घबरा जाते हैं। परंतु यह घबराने का समय नहीं होता बल्कि बुद्धि से काम लेने का समय होता है।
कमियां किस व्यक्ति में, किस इंसान में नहीं होती। असल में कमियां ही हमें अनोखा बनाती हैं। प्रिय जनों की अगर कर्मियों को नजरअंदाज कर दिया जाए तो वही हमें संपूर्ण लगने लगेंगे।
बड़ों के आशीर्वाद में ही सबसे बड़ी शक्ति होती है। बड़ों के पैरों को छूकर हम इस शक्ति को प्राप्त कर सकते हैं।
ईर्ष्या, नफरत और घृणा हमारे मन पर लगातार बोझ बनाकर रखती हैं। और दूसरे से पहले यह हमारा नुकसान करती है। इसलिए हमेशा अपने मन में दूसरों के लिए शुभकामनाएं रखें!
इंसान के जीवन में चरित्र बड़ा होता है या प्रलोभन? कई बार हम तुच्छ वस्तु के लिए अपने चरित्र को दाव पर लगा देते हैं....
बेटी एक पिता का मान, स्वाभिमान, अभिमान सब कुछ होती है। पिता भी एक बेटी के लिए सब कुछ होता है।
We will definitely be mentally sick if we keep negativity in our mind or brain....
उपकार करना को छोटी बात नहीं होती। इसलिए उपकार करने से पहले हमें सोच लेना चाहिए उसे व्यक्ति के बारे में जिस पर हम उपकार कर रहे हैं।
Elders always bless us whether they exist in this world or not we just need our heart feelings to feel them.
Describes the condition of the parents who have sent their children abroad
क्रोध दिलों में दूरी को बढ़ा देता है जबकि प्यार इस दूरी को खत्म कर देता है