A story written by Munshi Premchand ji....मंगल और अमंगल के बीच फंसी एक नारी की कहानी
कभी कभी हमारी अधूरी इच्छाएं, अधूरी आकांक्षाएं हमारा पीछा परलोक तक भी करती है शायद .....
कभी कभी प्रेम में इंसान सब कुछ हार कर भी जीत जाता है क्योंकि प्रेम हमे छीनना नही देना सिखाता है
दूध चाहे मां का हो या दाई मां का... अनमोल होता हैं...
Super natural things can happen in life.....
सिर्फ और सिर्फ अच्छे संस्कार ही मनुष्य को धनी बनाता है .....
आत्मसम्मान और आत्माभिमान से बढ़ कर कुछ भी नही......
जीने के लिए न सिर्फ हवा, पानी और खाना चाहिए बल्कि चाहिए एक आधार भी.....
सुनिए एक ऐसी स्त्री की कहानी जो अपने दुख को भूल कर एक बार फिर जिंदगी का रुख लेती है शायद इसी को कहते है moving on
It is more important to have a beautiful heart than a beautiful face
समाज का डर कभी कभी लोगों को एक ऐसी परिस्थिति में लाकर खड़ा कर देता है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते
धन की लालच मनुष्य को अंधा कर देता है
Ek aurat ko Apne pati se kya chahiye...payar aur vishwas ya phir zaydad....
क्या सचमुच लड़कियां विवाह के बाद बेघर हो जाती हैं??????
कभी कभी हद से ज़्यादा भोलापन हानिकारक होता है
Story based on humanity n love for animals....... which doesn't depend on caste, religion and money