एक माँ की कहानी जो शहर में आकर अपनी आदतानुसार लोगों की मदद करती है और लोग उनकी मदद का क्या अर्थ निकालते हैं और कैसे उनकी बहु उनकी आत्मसम्मान के लिए कड़ी होती है ? सुनिए , बहुत ही inspiring story !!!!!!! "लो इसमें भला चिंता की क्या बात है। मैं क्या छोटी बच्ची हूँ जो कहीं गुम हो जाउंगी ? घर से निकलकर ज़रा पास -पड़ोस में घूम आती हूँ तो मेरा भी मन बदल जाता है और उनकी भी सहायता हो जाती है। सच कहूँ तो बड़ा संतोष होता है कि यह जीवन किसी के काम आ रहा है , कामिनी बड़े संतोष से ..... If you like this story please liker, share and follow my page :)
एक पत्नी की कहानी जिसे उसके ससुराल वालों ने हमेशा से एक पनौती के रूप में देखा हो और वह चुप रही , लेकिन जब उसके पति ने उसे इस संज्ञा से नवाजा तो वह चुप नहीं रही बल्कि उसने उसने जवाब दिया और जवाब माँगा भी !!! सुनिए, इस कहानी में किस तरह उसने पनौती शब्द कोचुनौती में बदला ? तो अब सुनिए , मैंने शुरू किया ," आपकी माताजी का कहना था कि मैं अपने साथ दलिद्दर लेकर आयी हूँ। शायद आप भी उस राय से इत्तिफाक रखते हैं । तो आपको बता दूँ , मैं दलिद्दर नहीं पंद्रह तोला सोना और बत्तीस साल पहले पचास हज़ार लेकर आयी थी। आज उसका हिसाब माँगूँ तो क्या आप ... अगर आपको ये कहानी पसंद आये तो please like and follow my page :)
एक माँ जो अपने बेटे को गरीबी से लड़कर पालती-पोसती और पढ़ाती -लिखाती है और बड़ा अफसर बनाती है लेकिन उसके अफसर बनते ही उसके लिए बड़े-बड़े घरों से रिश्ते आते हैं। लेकिनबेटा किसी और को पसंद करता है और माँ को दुःख न पहुंचे उसे नहीं बताता है। फिर कहानी में कौन सा ऐसा बिंदु आता है, सुनिए ये कहानी - अंतिम बिंदु
सुनिए , एक ऐसी बेटी की कहानी जिसने बिना पिता की जिंदगी गुजारी है और पिता के लिए उसके मन में क्या विचार हैं ? कैसे वह सहेलियों और अपने परिवार के बीच में पिता की कमी को किस प्रकार महसूस करती है और और उस कमी को पूरा करने के लिए उसने क्या किया !!!!! सुनिए बहुत ही दिलचस्प कहानी - बिना छतवाला घर !! BINA CHHATWALA GHAR BY MALTI JOSHI हिंदी कहानी
Aakhir kya hua ki chalte samay Buaji royi ? Janne ke liye suniye ye kahani buaji...
"ये हिसाब किताब की बात नहीं है बेटी, जिंदगी भर का सवाल है ।" तो इसे मुझे अपने ढंग से हल करने दीजिए न। अब तक तो मेरी ज़िंदगी का गणित दूसरे ही लगाते रहे हैं। कल तक आप अपने लाभ हनी का समीकरण बिठा रहे थे। आज वे प्रदीप शर्मा , जिन्हें कल तक हम जानते भी नहीं थे , अपना हिसाब फिट... पूरी कहानी सुनने के लिए सुनिए ये कहानी - गणित!!
बाल शोषण के उपर एक लघु कथा बच्ची का पिता के सचमुच बच्ची के ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहा था ? जानने के लिए सुनिए ये कहानी - प्रार्थना
एक महिला का ब्याह से पहले भावी पति के बारे में छानबीन क्या सही है!!!! मेरे मन में बड़ी दुविधा है। आपका तो प्रेमविवाह था फिर भी नहीं चला । यहां तो प्रेम - व्रेम का कोई चक्कर ही नहीं है। मैं आपकी तरह सुंदर भी नहीं हूं। कैसे निभेगी... जानने के लिए पूरी कहानी - प्रत्यावर्तन!!!
Psychological problems से जूझती हुई एक मां बेटी की कहानी, जिसमें एक मां ने अपने ही आश्रयदाता के घर में आखिर चोरी क्यों की... जानने के लिए सुनिए ये कहानी - छीना हुआ सुख!!
अपने प्यारे से दुधमुंहे बच्चे वहां उतनी दूर हॉस्टल में रख छोड़े हैं और यहां कुत्ते बिल्लियों पर प्यार लुटाया जा रहा है । कल से देख रही हूं सुनीता उस kutiya के लाड़ प्यार में खो सी गई थी। जबकि उसके असली हकदार वहां अनुशासन की जंजीरों में कैद हैं । उनकी किलकारियों के बिना घर कैसे भांय - भांय करता है , देखो.... सुनिए, आखिर क्यों मायके में आकर एक स्त्री का मोहभंग हुआ !!!
एक नईं नवेली बहु जिसने अपनी स्वाभिमान और इज्जत बचाने के लिए, घर के इकलौते और अकडू जमाई राजा को ऐसी सबक सिखाई कि वह फिर किसी के साथ ऐसी हरकत करने से पहले सौ बार सोचेगा ... कैसी हरकत जानने के लिए सुनिए ये बहुत ही अच्छी और सीख देनेवाली कहानी प्रतिरोध!!!!!
सुनिए, आखिर क्यों बेटे के विदेश जाने की खरीदारी करते समय एक पिता को लगा कि वे अपने ही पैसों से अपना एकाकी बुढ़ापा खरीद रहे हैं!!!
कहने के तो लोग मुझे मिसेज आचार्य भी कहते हैं। वैसे मेरा नाम आनंदी। आपको जो भी अच्छा लगे, कह लें। "आनंदी, नाम तो बहुत अच्छा है, मां बाप ने बहुत सोच समझ कर रखा है। जीवन में न सही,नाम में तो आनंद है ही..... सुनिए, कैसे एक महिला अपनी सारी परेशानियों को परे कर आनंदित रहती है!!!!
एक मां से भी बढ़कर कैसे एक अंधी भिखारिन ने अपने उस बेटे के लिए क्या क्या किया ! सुनिए, इस कहानी भिखारिन में!!!!!
एक उम्र के बाद इंसान का जितना हक अपने घर पर होता है, उतना कहीं नहीं होता। सुनिए इस कहानी में कैसे एक पिता को हर जगह को छोड़ कर अपने घर में ही शरण लेनी पड़ी और वहीं आकर सुकून और शांति मिली। इसलिए कहते हैं अपना घर आखिर अपना होता है!!!!
एक धाय मां के निस्वार्थ भाव से की गई प्यार और त्याग की कहानी! सुनिए...
एक मां के मन का सन्नाटा। जब उसका परिवार उससे दूर जाने लगता है, तो उसकी क्या दशा होती है और उसके मन का उतार चढ़ाव की कहानी। सुनिए क्या होता है, इस कहानी में!!
जैसे पीड़ा का हर क्षण उन्होंने मेरे साथ जिया है। इसके अतिरिक्त मेरी संभावित मृत्यु की आशंका भी उन्हें पस्त कर गई थी। मैने एक बेटे के जन्म को सहा है, उन्होंने एक बेटे की मृत्यु को सहा है। पीड़ा की ये अनुभूतियां हमें एक साथ बांध गई थीं। मैने उनका हाथ अपने हाथ में लेकर...
Devar aur bhabhi ke pyare se rishte aur apnepan ki kahani hai - gumshuda ki talash ! Suniye kaise ek devar ke ghar se jaane se lekr wapas aane tak ki kahani....
Bhai-behan ke pyar aur masoom bachpan, nonk- jhonk ki kahani - Khel khel mein