गांधी हत्या की पुरी साज़िश 30 जनवरी 1948, दिल्ली का बिरला भवन, हिंदुस्तान ही नही बल्की पूरी दुनिया को सुन्न करने वाली घटना हुई, नथुराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी गई, कौन थे वो लोग जो इस हत्या में शामिल थे? क्या थी उनकी हत्या करनी की वजह? क्या थी हत्या की पूरी साज़िश जानिए आज के इस एपिसोड में |
छत्रपति संभाजी महाराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक वीर छत्रपती शिवजी महाराज के मृत्यु के बाद संभाजी महाराज छत्रपती बने. उन्हें छत्रपती बनाने के लिए अंतर्गत शत्रुओं से लड़ना पड़ा. साम्राज्य के रक्षा हेतु आदिलशाह, मुग़ल, सिद्दी, पोर्तुगीज साम्राज्य से भी लड़ना पड़ा था. ऐसे विपरीत परिस्थिती में भी वे अपने जीवनकाल में एक भी युद्ध में पराजित नहीं हुए. अंत में गद्दारों की वजह से वे पकड़े गए. छत्रपती संभाजी महाराज का इतिहास और उनका संघर्ष बया करने वाला ये व्हीडियो...!
Dr. Babasaheb Ambedkar was a student of London School of Economics. He completed six years of study in just two year. He was first Indian to awarded a PhD from LSE. But it was not an easy task. He studied their at least for 21 hour a day. A story explains his struggle during his education and inspired us for not to give up in any conditions.