लॉकडाउन में कॉलेज द्वारा ऑनलाइन परीक्षाएं कराने पर ग़रीब वर्ग की आपत्ति, साथ में सुनिए लंदन की प्रसिद्ध कथावाचक सीमा आनंद से कहानी: गैंगस्टर की गर्लफ़्रेंड. परवेज़ आलम द्वारा प्रस्तुत ‘ज़िंदगी लॉकडाउन’ की पॉडकास्ट सीरीज़ के आठवें और अंतिम भाग में.
हमें वापस बुला लो, ब्रिटेन में फँसे हज़ारों भारतीय छात्रों की अपील, म्यूज़िक कॉन्सर्ट्स अब डिजिटल राह पर लेकिन कुछ की रोटी रोज़ी बंद. सुनिए शफ़क़्क़त अमानत अली की विशेष डिजिटल भेंट परवेज़ आलम द्वारा प्रस्तुत ‘ज़िंदगी लॉकडाउन’ की पॉडकास्ट सीरीज़ के सातवें भाग में.
जाने-माने प्रसारक अमीन सायानी की आपबीती के अलावा साथ में और लोग भी. कैसी गुज़र रही है लॉक डाउन में! सुनिए परवेज़ आलम द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सीरीज़ ‘ज़िंदगी लॉकडाउन’ का छठा अंक.
लॉकडाउन में पुलिस डीआई जी के एक दिन का हाल, अम्मा, मज़दूर, क़िस्सागो की आप बीती और फ़ैज़ की नज़्म मेरे क़ातिल मेरे दिलदार मेरे साथ रहो. कैसी गुज़र रही है लॉक डाउन में! सुनिए परवेज़ आलम द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सीरीज़ ‘ज़िंदगी लॉकडाउन’ का पांचवां अंक.
लॉकडाउन में पांच महिलाएं और उनकी ज़िंदगी का एक दिन उन्ही की आवाज़ में - अमरीका ब्रिटेन और भारत के शहरों से आप बीती. कैसी गुज़र रही है लॉक डाउन में! सुनिए परवेज़ आलम द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सीरीज ‘ज़िंदगी लॉकडाउन’ का चौथा अंक.
'ज़िंदगी लॉकडाउन' सीरीज़ के तीसरे एपिसोड में आपका एक दिन, एक अनुभव आपकी ही आवाज़ में. परवेज़ आलम के इस पॉडकास्ट में दिल्ली का टैक्सी ड्राइवर जिसके सपने चकनाचूर, ऐक्टिविस्ट मीनाक्षी को फ़िक्र कि कोरोना छीन लेगा आपके मानवाधिकार, लंदन में राकेश माथुर की खिड़की से नज़र आता है वह चबूतरा जिसके नीचे 50,000 लोग दफ़्न हैं, पिछली महामारी की दास्तान के साथ. गायक हरप्रीत का नया गीत: यह जो पल है इसे छू लो.
कैसी गुज़र रही है लॉकडाउन में! दुनिया के कई देशों से भारतीय मूल के लोगों की डायरी उन्हीं की आवाज़ में. इटली, पोलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कुवैत और भारत के शहरों से आपबीती. सुनिए हमारी पॉडकास्ट सीरीज़ 'ज़िंदगी लॉकडाउन' का दूसरा एपिसोड.
कोरोना वायरस कोविड 19 के ख़तरे, पाबंदिया, लॉकडाउन, अपनों से दूर यादों के क़ाफ़िले, उदासियां, चुनौतियां और फिर कहीं से झांकती उम्मीद की एक किरण. कैसे बीत रहा है आपका लॉकडाउन? सुनिए कोरोना वायरस के दौर में हमारी ख़ास सीरीज़ 'ज़िंदगी लॉकडाउन'. पहले एपिसोड में इटली से एक भारतीय का तजुर्बा. अगर इटली के हवाले से हमने कुछ सीख लिया तो समझिए आप और हम सलामत हैं. परवेज़ आलम की पेशकश.