Author: Gazalgo
Description
तुम भी कहाँ सोचते हो
2020-10-2706:43
दो पल को आये वो सदियाँ ले गये
2020-10-2705:02
उसने देखा भी नहीं मुझको, तो क्या...
2020-10-2503:34
मरता भी जी ऊठे ये तेरा चेहरा ऐसा है
2020-10-2503:54
सुबह बुझी शाम को जलती रही
2020-10-2503:46
गुमसुम सा बैठा रहता है
2020-10-2504:21
" तुम"
2020-10-2302:18
ग़म भुला सकती नहीं शराब ये
2020-10-2208:03
Gazalgo (Trailer)
2020-10-2200:39
ग़ज़ल, शेर शायरी, हिन्दी कविता
2020-10-2011:25