DiscoverHeart2Heart TALKGuzar Gaya Jo Chhota saa Fasanaa Tha | गुज़र गया जो छोटासा फ़साना था
Guzar Gaya Jo Chhota saa Fasanaa Tha | गुज़र गया जो छोटासा फ़साना था

Guzar Gaya Jo Chhota saa Fasanaa Tha | गुज़र गया जो छोटासा फ़साना था

Update: 2021-02-13
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Description

Guzar Gaya Jo Chhota saa Fasanaa Tha | गुज़र गया जो छोटासा फ़साना था  कुछ नामी गुमनाम  कवि की रचना यहाँ प्रस्तुति है।  इस  संसार में बहुत सी कलाएं हैं, और इन कलाओं में , सबसे अच्छी कला हैं दूसरों का दिल छू लेना। कवि और चित्रकार में भेद है । कवि अपने स्वर में और चित्रकार अपनी रेखा में जीवन के तत्व और सौंदर्य का रंग भरता है।— डा रामकुमार वर्मा 

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kumar ABHISHEK upadhyay (Podcast)