DiscoverPratidin Ek KavitaBhookhmari Ki Zad Mein Hai... | Adam Gondvi
Bhookhmari Ki Zad Mein Hai... | Adam Gondvi

Bhookhmari Ki Zad Mein Hai... | Adam Gondvi

Update: 2025-12-03
Share

Description

भुखमरी की ज़द में है या दार के साये में है। अदम गोंडवी


भुखमरी की ज़द में है या दार के साये में है

अहले हिंदुस्तान अब तलवार के साये में है


छा गई है ज़ेहन की पर्तों पे मायूसी की धूप

आदमी गिरती हुई दीवार के साये में है


बेबसी का इक समंदर दूर तक फैला हुआ

और कश्ती काग़ज़ी पतवार के साये में है


हम फ़क़ीरों की न पूछो मुतमइन वो भी नहीं

जो तुम्हारी गेसुए-ख़मदार के साये में है


Comments 
00:00
00:00
x

0.5x

0.8x

1.0x

1.25x

1.5x

2.0x

3.0x

Sleep Timer

Off

End of Episode

5 Minutes

10 Minutes

15 Minutes

30 Minutes

45 Minutes

60 Minutes

120 Minutes

Bhookhmari Ki Zad Mein Hai... | Adam Gondvi

Bhookhmari Ki Zad Mein Hai... | Adam Gondvi

Nayi Dhara Radio