DiscoverComspire: Communicate to InspireEpisode 44: काव्य गुरु संजीव शुक्ला जी के द्वारा पारम्परिक हिंदी कविता की सुंदरता का विश्लेषण
Episode 44: काव्य गुरु संजीव शुक्ला जी के द्वारा पारम्परिक हिंदी कविता की सुंदरता का विश्लेषण

Episode 44: काव्य गुरु संजीव शुक्ला जी के द्वारा पारम्परिक हिंदी कविता की सुंदरता का विश्लेषण

Update: 2021-09-15
Share

Description

संजीव शुक्ला जी पारम्परिक हिंदी में छंद और सवैयों की प्रस्तुति करते हैं और साथ ही नवयुवकों को हिंदी भाषा के लिए प्रेरित करते है।  उन्होंने काव्य के प्रति अपने रुझान को बड़ी ही सादगी के साथ साझा किया है।  हमे इनके जैसे लोगों की समाज में बहुत जरूरत है जो युवा पीढ़ी को भाषा के असल अस्तित्व को दिखते है।  

Comments 
In Channel
loading
00:00
00:00
x

0.5x

0.8x

1.0x

1.25x

1.5x

2.0x

3.0x

Sleep Timer

Off

End of Episode

5 Minutes

10 Minutes

15 Minutes

30 Minutes

45 Minutes

60 Minutes

120 Minutes

Episode 44: काव्य गुरु संजीव शुक्ला जी के द्वारा पारम्परिक हिंदी कविता की सुंदरता का विश्लेषण

Episode 44: काव्य गुरु संजीव शुक्ला जी के द्वारा पारम्परिक हिंदी कविता की सुंदरता का विश्लेषण

Anupam Mishra