Gas Testing Examination की शुरुआत कैसे हुई
Description
गैस टेस्टिग - आखिर क्यों ?
खान में प्रकाश के लिए खनिकों द्वारा पहले खुली बत्तियां काम में ली जाती थीं । उनसे कोयला खानों में निकलने वाली ज्वलनशील व विस्फोटक गैस मीथेन में आग लगकर विस्फोट हो जाता था । अठारहवीं शताब्दी के अंत में इंग्लैंड की कोयला खानों में ऐसे कई विस्फोट हुए तो सरकार को चिंता हुई । उस समय के महान् वैज्ञानिक सर हम्फ्री डेवी ( Sir Humphry Davy ) से अनुरोध किया गया कि कोई ऐसा लैम्प बनाएं जिससे खान में विस्फोट न हो । सर हम्फ्री डेवी ने 1815 में ऐसे सेफ्टी लैम्प का आविष्कार किया जिसे ' डेवी का सेफ्टी लैम्प ' ( डेवी का अभयदीप ) नाम दिया गया ।
सरकार ने कानून बनाया कि भूमिगत खान में वैसे लैम्प को छोड़कर किसी अन्य प्रकार की बत्ती काम में नहीं ली जाएगी । इस सेफ्टी बत्ती की लौ की बढ़ती ऊंचाई और आकार से खान की हवा में मौजूद मीथेन गैस की मात्रा मालूम करने का तरीका ढूंढ़ा गया । ऑक्सीजन की कमी मालूम करने में भी यह बत्ती काम आने लगी ।
इस प्रकार उसके तीन काम हो गए :-
- प्रकाश देना
- मीथेन गैस की जानकारी देना
- ऑक्सीजन की कमी की चेतावनी देना
भारत में भी ऐसा ही होने लगा । इसके बाद बैट्री से चलने वाली कैप - लैम्प बत्ती का आविष्कार हुआ । इससे बहुत अच्छा प्रकाश मिलने लगा । सरकार ने कानून बनाया कि खान में काम करने वाला प्रत्येक व्यक्ति खान के भूमिगत भाग में जाते समय अपने साथ कैप - लैम्प ले जाएगा । लेकिन इससे मीथेन गैस की मौजूदगी और ऑक्सीजन की कमी की चेतावनी नहीं मिलती थी । इसलिए यह कानून बना कि इंसपेक्शन के लिए अमुक - अमुक प्रकार के अधिकारी अपने साथ कैप - लैम्प के अलावा सेफ्टी लैम्प भी खान में ले जाएंगे । यही कानून आज भी लागू है । हाल ही में गैस मापक यंत्र ( मीथेनोमीटर व ऑक्सीमीटर ) बने हैं लेकिन खान में काम करने वालों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी लैम्प आज भी सरल , विश्वसनीय और प्रैक्टिकल साधन बना हुआ है । इससे खान के किसी भी भाग में मीथेन गैस की मौजूदगी मालूम होने पर उसे हटाने के उपाय किये जाते हैं और इस प्रकार गैस का खतरा टाला जाता है ।
ऐसा कानून बन गया है कि कोई भी व्यक्ति माइनिंग सरदार या मेट , ओवरमैन ( या फोरमैन ) और मैनेजर की किसी परीक्षा में तब तक नहीं बैठ सकता जब तक उसने गैस टेस्टिंग की परीक्षा पास नहीं कर ली है । इलेक्ट्रिशियन व मशीन ऑपरेटरों , लैम्परूप स्टॉफ व बॉडी सर्चरों आदि के लिए भी यह परीक्षा अनिवार्य कर दी गई है|
Source : Mine Gases & Gas Testing ( L.C.KAKU)




