दिन 171: पवित्र आत्मा, आ
Update: 2025-06-20
Description
परमेश्वर की उपस्थिति में समय बिताना, आपके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण गतिविधी है. किसी भी दूसरी वस्तु से अधिक, आपको अपने जीवन में परमेश्वर की उपस्थिति की आवश्यकता है. लेकिन आप कहाँ पर परमेश्वर की उपस्थिति को पाते हैं?
मुझे अच्छी तरह से याद है जब मैंने पहली बार किसी को चर्च के सबसे प्रचीन प्रार्थनाओं को करते हुए सुना, 'पवित्र आत्मा, आ, ' एक सच्ची आशा के साथ कि पवित्र आत्मा आएँगे! यह 1982 में रविवार रात की बात है. एच.टी.बी में हमारी शाम सभा के बाद चर्च के तहखाने में हमारी एक सभा थी. जैसे ही हमने प्रार्थना की, 'पवित्र आत्मा, आ' हमने उल्लेखनीय घटना होते हुए देखी. हमने देखा कि लोग पवित्र आत्मा से भर गए और भौतिक प्रत्यक्षिकरण दिखाई दे रहे थे, ठीक वैसे ही जैसा कि प्रेरितों के कार्य की पुस्तक में पिंतेकुस्त के दिन का वर्णन किया गया है. उस दिन हमने असाधारण भौतिक चंगाईयों के होते हुए देखा, जब दोबारा से किसी ने प्रार्थना की, 'पवित्र आत्मा, आ.'
पवित्र आत्मा के द्वारा परमेश्वर अपने लोगों के साथ हमेशा उपस्थित हैं. जब आप प्रार्थना करते हैं, 'पवित्र आत्मा, आ, ' तब आप परमेश्वर की उपस्थिति के प्रति एक बढ़े हुए बोध को माँग रहे हैं. नये नियम में ऐसे समय हैं जब पवित्र आत्मा ने इकट्ठे हुए लोगों को सार्वभौमिक रूप से और स्वाभाविक रूप से भर दिया (प्रेरितों के कार्य 2:2, 10:44 ). ऐसे दूसरे समय भी हैं जब चेलों ने पवित्र आत्मा के लिए प्रार्थना कीः' जब वे प्रार्थना कर चुके, तो वह स्थान जहाँ वे इकट्ठे थे हिल गया, और वे सब पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गए' (4:31 ). आज के लिए पुराने नियम के लेखांश में हमने पढ़ा कि कैसे 'परमेश्वर की महिमा ने मंदिर को भर दिया' (1राजा 8:11 ).
आज के लिए हर लेखांश हमें बताता है कि कैसे परमेश्वर की सशक्त करने वाली उपस्थिति का आनंद लेना है जो कि पवित्र आत्मा के द्वारा आती है.
मुझे अच्छी तरह से याद है जब मैंने पहली बार किसी को चर्च के सबसे प्रचीन प्रार्थनाओं को करते हुए सुना, 'पवित्र आत्मा, आ, ' एक सच्ची आशा के साथ कि पवित्र आत्मा आएँगे! यह 1982 में रविवार रात की बात है. एच.टी.बी में हमारी शाम सभा के बाद चर्च के तहखाने में हमारी एक सभा थी. जैसे ही हमने प्रार्थना की, 'पवित्र आत्मा, आ' हमने उल्लेखनीय घटना होते हुए देखी. हमने देखा कि लोग पवित्र आत्मा से भर गए और भौतिक प्रत्यक्षिकरण दिखाई दे रहे थे, ठीक वैसे ही जैसा कि प्रेरितों के कार्य की पुस्तक में पिंतेकुस्त के दिन का वर्णन किया गया है. उस दिन हमने असाधारण भौतिक चंगाईयों के होते हुए देखा, जब दोबारा से किसी ने प्रार्थना की, 'पवित्र आत्मा, आ.'
पवित्र आत्मा के द्वारा परमेश्वर अपने लोगों के साथ हमेशा उपस्थित हैं. जब आप प्रार्थना करते हैं, 'पवित्र आत्मा, आ, ' तब आप परमेश्वर की उपस्थिति के प्रति एक बढ़े हुए बोध को माँग रहे हैं. नये नियम में ऐसे समय हैं जब पवित्र आत्मा ने इकट्ठे हुए लोगों को सार्वभौमिक रूप से और स्वाभाविक रूप से भर दिया (प्रेरितों के कार्य 2:2, 10:44 ). ऐसे दूसरे समय भी हैं जब चेलों ने पवित्र आत्मा के लिए प्रार्थना कीः' जब वे प्रार्थना कर चुके, तो वह स्थान जहाँ वे इकट्ठे थे हिल गया, और वे सब पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गए' (4:31 ). आज के लिए पुराने नियम के लेखांश में हमने पढ़ा कि कैसे 'परमेश्वर की महिमा ने मंदिर को भर दिया' (1राजा 8:11 ).
आज के लिए हर लेखांश हमें बताता है कि कैसे परमेश्वर की सशक्त करने वाली उपस्थिति का आनंद लेना है जो कि पवित्र आत्मा के द्वारा आती है.
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