Discoverबाइबल एक वर्ष में क्लासिकदिन 176: प्रार्थना की सामर्थ
दिन 176: प्रार्थना की सामर्थ

दिन 176: प्रार्थना की सामर्थ

Update: 2025-06-25
Share

Description

फरवरी 2016 में, कॅन्टरबरी और यॉर्क के मुख्यबिशप ने देश में सुसमाचार प्रचार करने के लिए पिंतेकुस्त रविवार के पहले सप्ताह के दौरान प्रार्थना की और एक बड़ी लहर को बुलाया . पिंतेकुस्त सप्ताह में यूनायटेड किंग्डम में छ मुख्य चर्च में सप्ताह संकेत करने वाली घटना बन गई. सभी चर्च भर गए थे. चौबीसों घंटे प्रार्थना के संस्थापक पिट ग्रेग ने वर्णन किया है, ' एक उभार; जमीनी स्तर पर ऊपर से एक आंदोलन - उन्होंने कहा कि वह एक लड़के की बात से बहुत स्पर्शित हो गए जिसने पाँच मित्रों के लिए प्रार्थना की थी, जिनमें से तीन मसीह बन चुके हैं!
जस्टिन वेल्बाय, कॅन्टरबरी के मुख्य बिशप ने लोगों को तीन चीजों के लिए प्रार्थना करने के लिए कहाः 'कि सभी मसीह यीशु मसीह में नया जीवन पायें...जिस किसी से आप मिलते हैं...वह यीशु को देख पायें...चर्च यीशु की उपस्थिति की वास्तविकता से ऊँमड़ने लगे.'
प्रार्थना आत्मिक पोषण है. जैसे कि बालक को भौतिक भोजन की आवश्यकता पड़ती है, वैसे ही आत्मा को आत्मिक भोजन की आवश्यकता पड़ती है. प्रार्थना हमें बदलती है. किंतु, बाईबल इससे कही आगे जाती है. प्रार्थना शक्तिशाली है. यह है, जैसा कि चार्ल्स हडॉन स्पर्जन इसे बताते हैं, 'पतली नस सर्वशक्तिसंपन्न की माँसपेशियों को हिलाता है.' प्रार्थना में परिस्थितियों को बदलने, लोगों और इतिहास की दिशा को बदलने की सामर्थ है.
Comments 
In Channel
loading
00:00
00:00
x

0.5x

0.8x

1.0x

1.25x

1.5x

2.0x

3.0x

Sleep Timer

Off

End of Episode

5 Minutes

10 Minutes

15 Minutes

30 Minutes

45 Minutes

60 Minutes

120 Minutes

दिन 176: प्रार्थना की सामर्थ

दिन 176: प्रार्थना की सामर्थ

Nicky and Pippa Gumbel